जिंदगी खर-पतवार ख्वाहिशें चने की झार सोचो तो सब से सरोकार वरना सब है बेकार।। जिंदगी खर-पतवार ख्वाहिशें चने की झार सोचो तो सब से सरोकार वरना सब है बे...
मंदिर,मस्जिद, गुरुद्वारा और अस्पताल बह गये। मंदिर,मस्जिद, गुरुद्वारा और अस्पताल बह गये।
क्या कसूर था उनका जिन्हें अपनी जान गँवानी पड़ी क्या कसूर है उनका जो भूख से तड़प रहे क्या कसूर था उनका जिन्हें अपनी जान गँवानी पड़ी क्या कसूर है उनका जो भू...
तीर की तरह शब्द गहरे घाव करते हैं। तीर की तरह शब्द गहरे घाव करते हैं।
भवतारिणी मान इस सिंधु को तू यात्रा का आनंद उठा। भवतारिणी मान इस सिंधु को तू यात्रा का आनंद उठा।
वो जिनका शब्द बनना अभी बाकी है, किसी अधरंगे पट के टुकड़े की तरह है वो जिस पर मधुबनी होनी अभी बाकी ... वो जिनका शब्द बनना अभी बाकी है, किसी अधरंगे पट के टुकड़े की तरह है वो जिस पर म...